ब्लॉगर के मन की व्यथा
गुरुवार, 18 जून 2009प्रत्येक ब्लॉगर यही चाहता है कि वह अपनी बात अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने में समर्थ हो सके। कुछ इस प्रयोजन में सफल हो जाते हैं क्योंकि वे बहुत अच्छा लिखते हैं, उनकी अपनी लेखनी पर पकड़ है या वे प्रसिद्धि के शिखर पर हैं। परन्तु जो बावजूद अच्छा लिखने के किन्हीं अन्य कारणों से इस प्रयास में पीछे रह जाते हैं, उनके मन की दशा एवं व्यथा का चित्रण इस कविता के माध्यम से करने का प्रयास किया गया है। अन्य ब्लोगर्स के ब्लॉग की चमक-दमक देखकर बस एक ही ख़याल उनके मन में बार-बार आता है कि......
वह पोस्ट कहाँ से लाऊं,
जिस पर टिप्पणियों के बादल उमड़-घुमड़ कर बरसें,
देख जिसे हर ब्लॉगर ऐसी ही लिखने को तरसे,
पढ़कर जिसको पाठक अपने मन की बातें पाए,
देख जिसे हर पाठक खिंचता हुआ चला आए।
हो पसंद की अग्रश्रेणी में जो ब्लोगवाणी पे,
चिट्ठाजगत भी इस स्थिति का करे समर्थन खुलके,
आज अधिक पढ़े गए में नाम जिसका आए,
आज अधिक टिप्पणी प्राप्त में ना पीछे रह जाए।
जिसके कारण ब्लॉग जगत में अपना सिक्का चल जाए,
पढ़कर जो भी जाए बार-बार वो आए,
पाठक आयें इतने कि काउंटर अपना चिल्लाये,
और गूगल पेज रैंक भी ज़ीरो से बढ़ जाए।
किन्तु विषय क्या हो सकता है कहते हैं कविराय,
हो कोई कविता, कहानी, या चर्चा की जाए ??
बहुत सोचा बहुत विचारा, किंतु खेद है हाय,
अपने को तो नहीं सूझता, कोई हो तो बताए।
28 टिप्पणियाँ
- Shahid Ajnabi ने कहा…
-
बहुत खूब मन की व्यथा लिखी है. हर ब्लॉगर यही सोचता है. दिल की बात को शब्दों में पिरोया है.
शाहिद "अजनबी" - 18 जून 2009, 10:39:00 am
- Vinay ने कहा…
-
यह पोस्ट वही जिसे महोदय आप खोज रहे थे ;0
---
गुलाबी कोंपलें - 18 जून 2009, 10:58:00 am
- Unknown ने कहा…
-
BAHUT UMDA !
BADHAI ! - 18 जून 2009, 11:14:00 am
- Anil Pusadkar ने कहा…
-
कर्म किये जा,कर्म किये जा,
फ़ल की इच्छा मत कर ऐ इंसान्॥
इसी तर्ज़ पर्।
पोस्ट लिखे जा,पोस्ट लिखे जा,
टिपण्णी की चिंता मत कर ऐ इंसान्।
मस्त पोस्ट्। अब तो पता चल गया होगा क्या लिखना चाहिये॥ - 18 जून 2009, 11:51:00 am
- Alpana Verma ने कहा…
-
ब्लॉगर मन की व्यथा कथा में एक अच्छी कविता ही रच गयी..देखिये यह भी खूब रही!
अनिल जी की बात पर ध्यान दें..बस कल्याण ही कल्याण होगा! - 18 जून 2009, 2:38:00 pm
- gazalkbahane ने कहा…
-
वाकई
कुछ ऐसे लिखा था कभी मैने भी
दे दे अल्लाह के नाम पर देदे
बस एक टिपण्णी दे दे
इधर-उधर भटका
इस उस ब्लॉग पर मटका
पर कुछ न मिला
बस यही है गिला
दे दे अल्लाह के नाम पर दे दे
http//:gazalkbahane.blogspot.com/ पर एक-दो गज़ल वज्न सहित हर सप्ताह या
http//:katha-kavita.blogspot.com/ पर कविता ,कथा, लघु-कथा,वैचारिक लेख पढें - 18 जून 2009, 4:32:00 pm
- ओम आर्य ने कहा…
-
बिल्कुल सही लिखा है आपने .............पुर्ण सत्य.....बहुत सुन्दर
- 18 जून 2009, 4:40:00 pm
- महेन्द्र मिश्र ने कहा…
-
किन्तु विषय क्या हो सकता है कहते हैं कविराय,
हो कोई कविता, कहानी, या चर्चा की जाए ??
बहुत सोचा बहुत विचारा, किंतु खेद है हाय,
अपने को तो नहीं सूझता, कोई हो तो बताए।
भाई रचना तो बेहद बिंदास लगी . धन्यवाद. - 18 जून 2009, 7:15:00 pm
- Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टून ने कहा…
-
मुंशी प्रेम चंद ने कहा था कि लेखक बनना बहुत आसान है, बशर्ते आपके पास कहने के लिए कुछ हो.
- 18 जून 2009, 7:56:00 pm
- Udan Tashtari ने कहा…
-
कोई ऐसा विषय मिल जाये कविराज-तो बतलाना जरुर!! हम भी हाथ अजमा लें. :) शुभकामनाऐं.
मस्त रचा है मस्ती में. - 18 जून 2009, 11:17:00 pm
- बेनामी ने कहा…
-
इतने मज़ेदार कमेंट्स पढ़कर दिल गार्डन-गार्डन हो गया.......सभी का ज़ोरदार शुक्रिया.....अनिल जी, अल्पना जी एवं उड़न तश्तरी जी का हुक्म सर-आँखों पर.....
साभार
हमसफ़र यादों का....... - 19 जून 2009, 1:12:00 am
- Gyan Darpan ने कहा…
-
मजेदार |
- 19 जून 2009, 6:06:00 am
- Urmi ने कहा…
-
बहुत बढ़िया लिखा है आपने! मुझे बेहद पसंद आया!
- 19 जून 2009, 7:27:00 pm
- अर्चना तिवारी ने कहा…
-
जो कुछ देखो वोह लिख डालो
किसने कहा, किसने सुना,
किसने क्या-क्या करतब कर डाले
यहाँ की कतरन, वहां की कुतरन
अपने इक चिट्ठे पर चिपकाओ
जितनी कुतरन चिपकाओगे
उतनी ही लम्बी टिप्पणी पाओगे - 20 जून 2009, 10:11:00 pm
- ताऊ रामपुरिया ने कहा…
-
जरा अपना भी खयाल रखना भाई.:)
- 21 जून 2009, 3:55:00 pm
- शोभना चौरे ने कहा…
-
dekhiye aapki tippni badh gai iske phle post par 12 thi abhi 15 aur meri tippni milakar 16 ho javegi .bhrhal post achi thi mere blog par ane aur us par tippni ke liye dhnywad .akhir ham sab ak hi safar ke yatri hai .
- 21 जून 2009, 9:54:00 pm
- दिगम्बर नासवा ने कहा…
-
सचमुच ये ब्लोगिंग भी कैसा नशा है............. और ज्यादा और ज्यादा............ टिप्पणी का मन करता है
क्या उतारा है मन के भावों को.......... लाजवाब - 22 जून 2009, 12:23:00 pm
- Kuwar ने कहा…
- इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
- 22 जून 2009, 2:09:00 pm
- Kuwar ने कहा…
-
आज काफी दिनो बाद मुजहे आपका ब्लॉग पदने का अवसर प्राप्त हुआ और आपकी रचनाओ ने मेरे दिल को छु लिया. जब भी मै आपकी इन रचनाओ को पद्ता हूँ तो एक अजीब सी आत्म संतुस्ती सी मिलती है. और चाहता हूँ की आप इसी तरह से अपने अछे और सुसंस्कृत वीचारो से हमे अवगत कराये जिससे की हम अपनी संस्कृती को ना भूल कर उसे और भी उचाईया प्रदान करे..........
- 22 जून 2009, 2:25:00 pm
- shama ने कहा…
-
Khaas kar wo baaten, jo desh hit yaa samaj se sarokar rakhtee hon, unhen any bloggers padhen ye kamnaa zaroor rahtee hai...warna likh ke kya fayda?
http://lalitlekh.blogspot.com
http://kavitasbyshama.blogspot.com
http://shama-baagwanee.blogspot.com
http://aajtakyahantak-thelightbyalonelypath.blogspot.com
Any blogs kee URL in blogs milhee jayegi..!
Taqreeban sabhee blogs sansmaron pe yaa yatharth pe aadharit hain...
"Kahanee", blog chhod...!
Snehil nimantran aur swagat hai! - 22 जून 2009, 3:24:00 pm
- Science Bloggers Association ने कहा…
-
आपकी व्यथा टूट कर निकली है।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ Secretary-TSALIIM & SBAI } - 22 जून 2009, 3:55:00 pm
- अमिताभ श्रीवास्तव ने कहा…
-
lijiye jo aap chahte the vahee to ho rahaa he.
vyathaa ko jis kavitaa ke andaaz me aapne prastut kiya usane saaree kathaa vyakt kar dee he...achha likhte he aap, bahut achha/ - 22 जून 2009, 4:44:00 pm
- डिम्पल मल्होत्रा ने कहा…
-
वह पोस्ट कहाँ से लाऊं,
जिस पर टिप्पणियों के बादल उमड़-घुमड़ कर बरसें,
देख जिसे हर ब्लॉगर ऐसी ही लिखने को तरसे,
पढ़कर जिसको पाठक अपने मन की बातें पाए,
देख जिसे हर पाठक खिंचता हुआ चला आए।ekdam sahi kaha hai.... - 22 जून 2009, 5:11:00 pm
- मुकेश कुमार तिवारी ने कहा…
-
भई मैं तो रहीम खानखाना जी की बात से इत्तेफाक रखता हूँ।
रहिमन निज मन की व्यथा, मन ही राखे गोय
सुनिहें तो इठलहिहैं, बाँट ना लहिहैं कोय
फिर भी आपकी ताक-झांक अच्छी है और भेदन की पूरी क्षमता से निजी व्यथा को भेदा है।
सादर,
मुकेश कुमार तिवारी - 22 जून 2009, 6:03:00 pm
- Daisy ने कहा…
-
Valentine Gifts for Husband Online
Valentine Gifts for Wife Online - 22 जन॰ 2021, 4:00:00 pm
- Daisy ने कहा…
-
Valentine Day Gifts Online
Valentine Gifts Online
Flowers for Valentines Day Online
Roses for Valentines Day Online
Cakes for Valentines Day Online - 23 जन॰ 2021, 3:37:00 am
- Daisy ने कहा…
-
Send Cakes to India from Sydney Online
Send Cakes to India from UAE Online
Send Cakes to India from UK Online
Send Cakes to India from England Online - 23 जन॰ 2021, 9:45:00 am
- PurpleMirchi ने कहा…
- 22 जन॰ 2022, 3:34:00 pm
एक टिप्पणी भेजें
आपकी टिप्पणियाँ एवं विचार मेरी सोच को एक नया आयाम, एक नयी दिशा प्रदान करती हैं; इसलिए कृपया अपनी टिप्पणियाँ ज़रूर दें और मुझे अपने बहुमूल्य विचारों से अवगत होने का मौका दें. टिप्पणियाँ समीक्षात्मक हों तो और भी बेहतर.......
टिप्पणी प्रकाशन में कोई परेशानी है तो यहां क्लिक करें.......